Aunty Sex Story – Jawan Chachi ki Chudai

Hello! दोस्तों मेरा नाम गौरव है। आज में आपके साथ अपनी ज़िन्दगी की बहुत ही Aunty Sex Story सुनाऊंगा! 

कहानी का मजा लेने से पहले अगर आप मेरे और परिवार के बारे में कुछ जान लें, तो आपको कहानी समझने में आपको आसानी  होगी! मेरी उम्र 20 साल है aur  मेरे परिवार में सब लोग एक साथ घुल-मिलकर रहते हैं! घर के सदस्यों में अक्सर हँसी मजाक चलता रहता है, हमारा परिवार  बहुत सुखी है ओर  मेरे चाचा-चाची भी हमारे ही घर में हमारे साथ रहते हैं.

अब कहानी की शुरूआत करते हैं, isko ant tak padhey aur bharpur anand uthaye. ये बात उन दिनों की है जब मैंने नया-नया कॉलेज में एडमिशन लिया था, पहले सेमेस्टर के बाद मेरी छुट्टियां चल रही थीं तो मैं घर पर ही रहता था. एक दिन जब मैं नहा रहा था और नहाते हुए मैंने अपने बाथरूम का दरवाजा बंद करना भूल गया था ! तभी अचानक से मेरी चची वहां आगयी और मुझे नहाता देख मुझे परेशान करने लगी मुझे छेड़ने लगी। वो मेरी चड्डी खींचने लगी. एक बार तो मैंने उनको बख्श दिया और फिर जब वो नहीं मानी तो मैंने उन पर पानी डाल दिया। चाची के सारे कपड़े गीले हो गये ! चाची खिसयाते हुए कहने लगी- ये क्या किया हरामी? अब मुझे भी नहाना पड़ेगा.

मैंने कहा- ये तो आपको मेरी चड्डी खींचने से पहले सोचना चाहिए था ! पहले अपने मेरे से मजे लिए तोह कुछ अपनी बरी में आप बुरा मान  गयी चाची जी ko मैंने पलट कर जवाब दिया.

किस्मत से उस दिन घर पर कोई नहीं था. पापा और चाचा बाहर काम पर गये हुए थे और माँ अपनी सहेली के यहाँ गयी हुई थी, चूंकि चाची ने मेरी चड्डी खींची थी ! इसलिए मेरे मन के अंदर हवस जागना शुरू हो गयी थी ! मेरे लंड में  हल्का सातनाव भी आ गाय था ! मेरे भीगे हुए अंडरवियर में मेरे लंड ने आकार लेना शुरू कर दिया था, लेकिन चाची ने अभी मेरे लंड पर ध्यान नहीं दिया था ! घर में कोई नहीं था इसलिए मैंने मौका का फायदा उठाने की सोची.

मैंने चाची से कहा – जब आप भीग ही गये हो तो मेरे साथ ही नहा लो!

चाची बोली- हट्ट बेशर्म … अगर किसी ने देख लिया तो?

मैंने कहा- यहाँ पर कौन है देखने वाला, बाहर से तो किसी को कुछ दिखाई देगा नहीं और घर पर कोई देखने वाला है नहीं !  चाची ने कुछ सोचा और वापस जाने लगी!  मैंने चाची को चैलेंज करते हुए कहा- बस इतनी ही हिम्मत थी? आपमें आइंदा से मेरे साथ पंगा लेने की कोशिश मत करना चाची. मैंने कहते हुए चाची को उकसाने की कोशिश की woh चलते-चलते रुक गयी,  फिर वो वापस पलटी और उन्होंने अपनी साड़ी का पल्लू नीचे गिरा दिया ! अगले ही पल जो हुआ मुझे उस पर यकीन नहीं हुआ meri ankhen fati ki fati reh gay jab उन्होंने अपना ब्लाउज मेरे सामने ही खोल दिया। मैं उनके बूब्स देख कर दंग रह गया,  वो इतने बड़े थे कि ब्रा से भी बाहर झांक रहे थे। उनके boobs देखते ही चूसने का मन कर रहा था !

उन्होंने मुझे बाथरूम में पानी लाने को कहा और खुद बाथरूम में चली गयी। उनकी भीगी ब्रा को देख कर मेरा लंड पहले ही मेरे अंडरवियर में तन चुका था ! जैसे ही मैं बाथरूम में पानी लेकर गया तो मैंने देखा कि चाची पूरी की पूरी नंगी खड़ी हैं। यह देख कर मेरा लंड चड्डी फ़ाड़ कर बाहर आने को हो गया। चाची की नजर मेरे तने हुए लौड़े पर पड़ गई!  उन्होंने मेरी आंखों में देखा jismey  हवस भरी हुई थी,  जो होठों से लार बनकर टपक रही थी!

चाची मेरे मन की दशा भांप गई,  चाची ने मेरी चड्डी में हाथ डाला और बोली – गौरव तेरा घोड़ा तो ताव में आ गया है। मैंने चाची के बूब्स पर हाथ रखते हुए कहा – चाची चूत दे दो प्लीज!

चाची बोली- हरामी मैं जानती हूं. अब तो तू मुझे चोद कर रहेगा, मगर आज नहीं कल कर लेना. कल सब शादी में जायेंगे तब चोद लेना । मुझे जी भर कर चोदना मुझे भी तुम्हारे लंड से खेलने का इंतेज़ार रहेगा ! यह कह कर चाची ने मुझे बाथरूम से बाहर जाने को कहा।

मैं बाथरूम से बाहर आ गया लेकिन लंड का बुरा हाल हो गया. चाची को नंगी देखने के बाद मुझसे इंतजार नहीं हो रहा था चची की चूत का चोबारा बनाने का मन कर रहा था !  लेकिन मैंने चाची के साथ जबरदस्ती करना भी ठीक नहीं समझा. कुछ ही देर में माँ वापस आ गई. उस दिन मैंने किसी तरह खुद को रोक लिया. मगर रात में मैंने चाची के नंगे जिस्म को सोच कर मुठ मारी! लेकिन एक बार वीर्य निकालने के बाद भी लंड शांत नहीं हुआ तो दूसरी बार लगातार  चची की याद में मुठ मारी तब जाकर मुझे नींद आई !

Chachi key Sath Bathroom sey Bistar tak

सुबह हुई तो इंतजार का एक-एक पल एक घंटे के बराबर लगने लगा. मैं सोच रहा था कि पता नहीं घर के सब लोग कब बाहर जायेंगे और कब मुझे चाची के सेक्स करने का मजा मिलेगा !
शाम हुई ओर घर से सब लोग शादी में चले गये तो, मैंने दरवाजे को बन्द कर लिया और चाची के रूम के अंदर जाकर थोड़ी हिम्मत करके चाची को पकड़ कर उनके होंठों पर किस करने लगा। मैंने चाची की साड़ी के ऊपर से उनके चूचों को पकड़ लिया, और उनको कस कर भींचने लगा!  चाची भी जानती थी कि मैं इसी पल का इंतजार कर रहा था, इसलिए उन्होंने मेरा साथ देना शुरू कर दिया ! चाची भी जल्दी ही गर्म हो गयी. फिर मैंने चाची की साड़ी को खोलना शुरू कर दिया. अगले दो मिनट में चाची मेरे सामने ब्रा और पैंटी में आ गई थी. मैंने चाची को बेड पर ले जा कर धक्का दे दिया और उनकी चूत पर हाथ फिराते हुए उनके होंठों को चूसने लगा.

फिर मैंने चाची को ब्रा उतारने के लिए कहा. ब्रा उतारते ही उनके मोटे चूचे आजाद हो गये और मैंने चाची के चूचो को अपने हाथों में कस कर भींच दिया! उन्हें जी भर कर चूसा ! चाची के मुंह से आह्ह……उअह……ई …उफ़…कि कामुक अवाजे  निकालने लगी !

चाची बोली – आराम से कर हरामी, इनको उखाड़ने का इरादा है क्या?

मैंने कहा- चाची, इनको तो बस पीने का इरादा है.

चाची बोली- तो फिर कर ले अपने मन की मुराद पूरी.

चाची का इतना कहते ही मैंने एक हाथ में चची के चूचे के निप्पल को मसल कर रौंदना शुरू कर दिया और दूसरे चूचे को अपने मुंह में भर लिया! चाची कामुक सिसकारियां लेने लगी…..  मैं किसी नवजात shishu की भांति चाची की चूचियों को पीने लगा ! चाची के निप्पलों को दांतों से काट लेता था और चाची स्स्स … करके मुझे अपने सीने से लगा लेती थी! 

काफी देर तक मैंने चाची के चूचों को मजे लेकर जी भर कर पीया और मेरे लंड ने कामरस से मेरे अंडरवियर को गीला कर दिया ! मेरी लोअर पर प्रीकम का गीला धब्बा दिखाई देने लगा था.

उसके बाद चाची उठ गई. चाची के चूचे उनकी छाती पर लटक गये उफ़ क्या नज़ारा था चाची ने उठ कर मुझे नीचे बेड पर धक्का दे दिया. मुझे नीचे लेटाते हुए मेरी छाती पर अपने हाथ फिराये तो मेरे अंदर की कामुकता और भड़क गई.

चची की कामुक नज़रे जब  मेरे  लोअर पर गई तो मेरे 7 इंच के लम्बे मोठे लंड ने लोअर के ऊपर लंड के टोपे की जगह से लोअर को कामरस से गीला कर दिया था. चाची ने मेरे तने हुए लंड पर हाथ फेरा और मेरे लौड़े ने उछलते हुए चाची को अपनी बेताबी बयां कर दी.

फिर चाची ने मेरे लोअर के ऊपर से ही लंड की नोक वाली जगह के पास के गीलेपन को अपने हाथों से छूकर देखा.

मेरे लंड ने फिर से उछाला दिया. चाची ने एकदम से नीचे झुकते हुए मेरी लोअर के ऊपर ही अपने कामुक होंठों को मेरे लंड के प्रीकम लगी जगह पर लगाया और उसको चाटने लगी.

मेरे मुंह से अनायास ही निकल पड़ा- आह्ह … चाची … आप तो कमाल हो!

क्या मजा है आपके होटों में एक दम रसीले होठ है आपके तो……

चाची ने अपनी नजर उठाई और मेरी तरफ आंख मारकर मेरे लोअर को उतरा और underwear के ऊपर से ही मेरे लंड पैर जोरदार किश करने लगी जिससे में काफ़ी बेकाबू होने लगा. मैंने अपनी underwear को उतारना चाहा तो चाची ने मेरे हाथ पकड़ लिये. उन्होंने मेरी underwear को उतारने नहीं दिया. उसके बाद उन्होंने मेरे ऊपर आकर मेरे होंठों पर अपने होंठ रखे तो मेरे ही कामरस की गंध मेरी नाक में जाने लगी.

इस तरह का अनुभव मैंने पहली बार किया था. मेरे लंड की गंध मुझे चाची को चोदने के लिए और उकसाने लगी.

मैंने चाची की मोटी गांड को दबाना शुरू किया और जोर लगाते हुए उठ कर उनको दोबारा से नीचे गिरा लिया. मैंने चाची की गीली हो चुकी पैंटी को खींच दिया और उनकी गीली चूत पर अपने तपते हुए होंठ रख दिये. चाची के शरीर में सुरसुरी दौड़ गई……  चाची ने मेरे सिर को पकड़ कर अपनी चूत में घुसा लिया. मैंने चाची की चूत में जीभ घुसा दी और चूत की भीनी-भीनी खुशबू के साथ उनकी चूत की चुसाई करने लगा.,,,

इससे चाची काफी उत्तेजित हो चुकी थी उनकी हाय…..  उफ़…….  आ. ……. कि आवाजें  निकालने लगी 

चाची ने फिर मुझे अपनी तरफ खींचने का प्रयास किया और मुझे अपने ऊपर लेटा लिया. उन्होंने मेरी गांड को दबाते हुए मेरी underwear को नीचे करने की कोशिश की और मेरी underwear अपने घुटनों तक निकाल दी. मेरा लंड सीधा चाची की चूत पर जा लगा और मैं जोर से चाची की गर्दन को चूसने लगा. चाची ने अपनी टांगें मेरी कमर पर बांध दीं और मेरा लंड चाची की चूत में स्वत: ही प्रवेश कर गया! 

अब मेरे लिये रुकना असंभव था. मैंने चाची की चूत को चोदना शुरू कर दिया. चाची के मुंह से आह-आह … हम्म … हय्य … गौरव … ओह्ह … मेरे चोदू भतीजे … मेरी चूत को फाड़ दे बेटा! मुझे तेरे लंड से चुदने में बहुत मजा आ रहा है वाह गौरव तू तो पक्का चोदू निकला 

मैं पूरे जोश में आ गया और चाची की चूत को रौंदने लगा. चाची की चुदाई करते हुए  फच-फच की आवाज आने लगी. मेरे लंड का आनंद तो मैं बता ही नहीं सकता. चाची की चिकनी हो चुकी चूत में लंड गपा-गप अंदर-बाहर हो रहा था.

20  मिनट तक चाची की चूत को चोदने के बाद मेरा लंड जब वीर्य उगलने के करीब पहुंचा तो मैंने लंड को बाहर निकालने का विचार किया. सोच कर मैंने लंड को आधा ही बाहर निकाला था कि चाची ने मुझे फिर से अपने ऊपर खींच लिया और मेरे लंड से वीर्य छूट पड़ा. आह्ह … होह … अह्ह … मेरी सांस फूल रही थी और वीर्य की पिचकारियां चाची की चूत कि दीवारो में लग रही थीं.

जब पूरा वीर्य निकल गया तो चाची भी ढीली पड़ चुकी थी. हम दोनों साथ में ही झड़ गये थे और मुझे अपने लंड पर चाची का गर्म पानी महसूस हो रहा था.

शांत होने के बाद चाची बोली- वाह रे कमीने! तू तो बड़ा खिलाड़ी है …

क्या चुदाई की तूने मजा आगया मुझे तेरे लंबे मोटे लंड से चूत मरवाकर। तेरे चाचा ने भी आजतक मुझे ऐसा मजा नहीं दिया! दोस्तों मैंने चाची को उस रात 4 बार चोदा और चाची की चूत को चोद-चोद  करके चटनी बना दी ! 

जब भी हमे मौका मिलता हम दोनों चाची-भतीजा सेक्स करते और दोनों एक दूसरे के जिस्म का मजा लेते मैंने चाची को कई बार चोदा और में चची को चोद-चोद कर चोदू बना गया ! ओर इस तरह मुझे  सेक्स करने का अलग ही अनुभव हुआ!

धीरे धीरे में अपने मोहल्ले की कई भाभी को चोदा ओर अपने मोहल्ले में चोदू न. 1 बन गया! 

अगर दोस्तों मेरी कहानी पढ़ते पढ़ते आपका लंड भी खड़ा हो गया है तो आप 👉 Escort Service in Delhi को online book कर सकते है

October 9, 2024 No Comments Tanu Oberoi Escort Hindi Sex Stories, Sex Experiences